



झांसी/पूंछ :देश एवं उत्तर प्रदेश की सरकार जहां गोवंश को सुरक्षित स्थानों पर रखने, भूसा, पीने के साफ पानी, और धूप, बरसात, सर्दी से राहत और बचाव के लिए समुचित व्यवस्था के लिए करोड़ों रुपए की विभिन्न तरह की योजनाएं संचालित कर रही हैं ।वही ग्रामीण स्तर पर जमीनी हकीकत उसे विपरीत दिखाइए दे रही है ।इसी तरह का मामला जिला झांसी की तहसील मोठ के ग्राम सिकंदरा पंचायत में जुड़ी जगह सराय का है। जहां पर ग्रामीणों द्वारा खंभे गाड़ कर उनमें कटीले तार लगाकर बहुत बड़ी संख्या में गौवंश को उसमें बंद करने का स्थान बना कर उसे अस्थाई गौशाला का रूप दे दिया है। उक्त गौशाला गोवंश के लिए बहुत ही कष्ट दाई साबित हो रही है । उक्त गौशाला में ना तो उसमें भूसा, चारा, साफ पानी की कोई व्यवस्था है और ना ही सूखे में खड़े होने के लिए गोवंश के लिए , धूप बरसात आदि से बचने के लिए कोई टीन सेड ,लोगों ने नहीं बनाया है । सराय की अस्थाई गौशाला में गोवंश कीचड़ में खड़े रहने को मजबूर है तो वहीं दूसरी तरफ भरे हुए पानी ने दलदल का रूप ले लिया है। जिसमें बहुत से गौवंश उस दलदल में पड़े रहने को मजबूर है प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामीण अपनी मर्जी से उक्त अस्थाई गौशाला बनाये हुए हैं उसमें ग्राम पंचायत का कोई हस्तक्षेप नहीं है वही कुछ लोगों ने गौवंश की हो रही दुर्दशा और असाध्य कष्टों को देखते हुए शासन प्रशासन से शीघ्र हस्तक्षेप कर गोवंश को सुरक्षित करने की मांग की है।
पूंछ से विकास अग्रवाल की रिपोर्ट
गुर्जर महेंद्र नागर
प्रधान सम्पादक